कोरोना महामारी के चलते टोक्यो ओलंपिक 2021 तक टल गए है लेकिन दुनिया भर के प्लेयर्स ने इसकी तैयारी कड़े कोरोना प्रोटोकॉल के साथ शुरू कर दिया है. इसमें अपने इंडियन पहलवान भी है जिनका तैयारी शिविर आगामी एक से 30 सितंबर तक होगा. वैसे इस कैंप में वो ही पहलवान हिस्सा लेंगे जिन्होंने ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है या उनके क्वॉलिफाई करने की उम्मीद है.
भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के अनुसार एक से 30 सितंबर तक पुरुष शिविर सोनीपत में और महिला टीम का शिविर लखनऊ में होगा. इसमें सबसे कड़ी निगाह यूपी के नरसिंह यादव पर होंगी. 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के इस पहलवान पर रियो ओलंपिक-2016 से पहले तब चार साल का प्रतिबंध लगा था जब उनके खिलाफ डोपिंग का आरोप लगा था. इसके खत्म होने के बाद अब नरसिंह ने शिविर में वापसी की है.
वही 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में ही दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कमार का भी नाम है जो शिविर में हीसा लेने की जगह अपने गुरु महाबली सतपाल के साथ राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में अभ्यास करेंगे. सुशील ने शिविर में न आने की छूट मांगी थी. अब सुशिल को 74 किग्रा वजन वर्ग के ट्रायल के समय बुलाया जायेगा.
हालांकि 74 किग्रा वर्ग में अब कड़ी चुनौती होगी. इस वर्ग में एशियन चैंपियनशिप के ट्रायल विजेता जीतेन्द्र कुमार, प्रवीण राणा, अमित धनखड़ और गौरव बालियान भी होंगे. वैसे पुरुष शिविर में आठ वजन वर्गों पांच फ्रीस्टाइल (57, 65, 74, 86, 125 किग्रा) और तीन ग्रीको रोमन (60, 77, 87 किग्रा) में 26 पहलवान और सहयोगी स्टाफ के छह सदस्य होंगे.
महिला शिविर में पांच वजन वर्गों (50, 53, 57, 62, 68 किग्रा) में 15 पहलवान और चार सहयोगी स्टाफ होंगे. जानकारी के अनुसार शिविर में रवि कुमार, बजरंग पुनिया, नरसिंह यादव, दीपक पूनिया, सुमित, ज्ञानेंद्र, साजन, सुनील कुमार, निर्मला देवी, विनेश फोगाट, पूजा ढांडा, साक्षी मलिक और दिव्या काकरान आदि प्रमुख पहलवान हिस्सा लेंगे.
चार भारतीय पहलवान कर चुके है क्वॉलिफाई
हालांकि टोक्यो ओलंपिक के लिए चार भारतीय पहलवान क्वॉलिफाई कर चुके हैं, जिसमें विनेश (महिला 53 किग्रा), बजरंग (पुरुष 65 किग्रा फ्रीस्टाइल), रवि कुमार दाहिया (पुरुष 57 किग्रा फ्रीस्टाइल) और दीपक पुनिया (पुरुष 86 किग्रा फ्रीस्टाइल) हैं.
वैसे नरसिंह को टोक्यो ओलंपिक टलने से ये मौका मिला है, उनका प्रतिबंध हाल में खत्म हुआ है और अगर टोक्यो ओलंपिक 24 जुलाई से ही होते तो नरसिंह को मन मसोस कर रह जाना पड़ता. सुशील और नरसिंह के बीच रियो ओलंपिक से पहले ट्रायल को लेकर विवाद में दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई और उस समत भारतीय कुश्ती महासंघ ने नरसिंह का साथ दिया था. नरसिंह को डोपिंग के आरोप से राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने क्लीन चिट दी थी लेकिन रियो में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने उन्हें दोषी मानते हुए चार साल वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया था.
बहरहाल राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण के अनुसार इन शिविर में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ का पहले अनिवार्य कोरोना टेस्ट होगा. ये सभी 14 दिनों के क्वारंटाइन के बाद ही ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं.