बेंगलुरु। कोरोना की वजह से ओलम्पिक को टाल दिया गया है। हालांकि ओलम्पिक टलने से कई खिलाड़ी मायूस है। दरअसल कई खिलाड़ी ओलम्पिक को ध्यान में रखकर अपनी तैयार में जुटे हुए थे लेकिन कोरोना की वजह से उनकी तैयारी काफी प्रभावित हुई है।
अगर भारतीय हॉकी की बात की जाये तो अच्छी लय में नजर आ रही है। बीते एक दो साल में भारतीय हॉकी ने विश्व स्तर पर छाप छोड़ी है। पुरुष और महिला हॉकी में भारतीय खिलाडिय़ों ने दमदार प्रदर्शन किया है। ओलम्पिक के लिए दोनों टीमों ने क्वालीफाई कर लिया है।
भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर उदिता ने उम्मीद जतायी है भारतीय टीम इस बार ओलम्पिक में बेहतर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि उनका पूरा ध्यान अगले वर्ष होने वाले टोक्यो ओलंपिक पर लगा हुआ है और आने वाले सात महीने उनके करियर के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।
उन्हें जूनियर राष्ट्रीय शिविर के लिए चुना गया था। 2016 में जूनियर इंडिया टीम के लिए पदार्पण करने के बाद, उन्होंने 2016 में चौथे यू-18 महिला एशिया कप में कांस्य जीतने वाली जूनियर इंडिया टीम की कप्तानी की थी। 2017 में, उन्होंने सीनियर टीम के लिए पदार्पण किया।
हरियाणा के हिसार की युवा खिलाड़ी उदिता ने कहा कि अब पूरी टीम का ध्यान केवल टोक्यो में अगले वर्ष होने वाले ओलंपिक पर है और इसमें कोई शक नहीं कि आने वाले सात महीने हम सबके जीवन के लिए बेहद अहम हैं। हमारा लक्ष्य टोक्यो ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।
अब देखना होगा कि टोक्यो ओलम्पिक में भारत कैसा प्रदर्शन करती है। अतीत में भारतीय हॉकी ने स्वर्णिम प्रदर्शन किया है और अब फिर से वही कामयाबी हासिल करने के लिए भारतीय खिलाड़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।