कोरोना काल में भारत मार्च के बाद पहली सीरीज ऑस्ट्रेलिया में खेलेगा. इसका आगाज 27 नवंबर को वनडे सीरीज से होगा. इस दौरे में भारत तीन वन डे, तीन टी-20 और चार टेस्ट मैचों की सीरीज होगी लेकिन ये लगभग तय है कि वनडे और टी-20 सीरीज में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी एक साथ नहीं खेलेंगे.
जानकारी के अनुसार कोच शास्त्री, कप्तान विराट कोहली और बॉलिंग कोच भरत अरुण 12 दिनों के भीतर सीमित ओवरों के छह मुकाबलों में खेलते देखना नहीं चाहते है क्योंकि टीम मैनेजमेंट इन दोनो को 17 दिसंबर से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार रखना चाहता है.
ये रणनीति इसलिए बनायीं गयी है कि ईशांत शर्मा चोटिल है लेकिन उनकी रिकवरी के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है और इसके चलते बुमराह और शमी टेस्ट के लिए अहम होंगे. इस बारे में बीसीसीआई के एक सूत्र के अनुसार बुमराह और शमी टी-20 सीरीज में खेलेंगे तो टेस्ट प्रैक्टिस के लिए एक ही मैच पाएंगे.
इसके चलते ये पक्का कहा जा सकता है कि सीमित ओवरों की सीरीज में शमी और बुमराह को एक साथ टीम में नहीं खेलेंगे. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि दोनों वनडे मुकाबलों में खेलें और 10 ओवर गेंदबाजी करने के अवसर का लाभ उठाये. अभी हाल ही में शमी को पिंक बॉल (डे-नाइट टेस्ट में प्रयोग वाली गेंद) से प्रैक्टिस करते देखा गया था.
टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम का पहला प्रैक्टिस मैच 6 से 8 दिसंबर के बीच होगा. इसके साथ टीम इंडिया अंतिम दो टी-20 मैच 6 और 8 दिसंबर) से खेलेगी.
भारतीय टीम 17 दिसंबर से एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट से पहले सिडनी में 11 से 13 दिसंबर तक पिंक बॉल से प्रैक्टिस मैच भी खेलेगी. बताते चले कि बुमराह और शमी के टी20 मैचों में न खेलने पर दीपक चाहर, टी नटराजन और नवदीप सैनी के स्पिनरों युजवेंद्र चहल, रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर के ऊपर गेंदबाजी का जिम्मा होगा.