राहुल द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद टेस्ट क्रिकेट में पुजारा को मौका दिया गया और उन्होंने निराश नहीं किया। इतना ही नहीं उनकी तुलना टीम इंडिया की दीवार राहुल द्रविड़ से भी होने लगी लेकिन राहुल द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट के साथ वन डे क्रिकेट में अपना जलवा दिखाते थे। पुजारा के साथ ऐसा नहीं है। वो केवल टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं।
उनको टेस्ट का बल्लेबाज कहा जाता है। इतना ही नहीं इस वजह से उनको आईपीएल जैसी प्रतियोगिता में मौका नहीं दिया जाता है। इसको लेकर पुजारा ने बड़ा बयान दिया है। पुजारा ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि आईपीएल की नीलामी काफी पेचीदा होती है. इसमें उन पर बोली नहीं लगने से वे निराश नहीं होते, और न ही उन्हें अपनी काबिलियत पर संदेह होता है। उन्होंने कहा, कि मैंने हाशिम अमला जैसे कई वर्ल्ड क्लास खिलाड़ियों को देखा है, जिन पर नीलामी में किसी ने दांव नहीं लगाया था।
कई सारे शानदार टी20 प्लेयर हैं, उन पर भी नीलामी में बोली नहीं लगती है. इसलिए नीलामी में नहीं चुने जाने पर मेरे अहंकार को ठेस नहीं लगती है। मैंने देखा है और जानता हूं कि आईपीएल नीलामी हमेशा पेचीदा होती है। पुजारा ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है।
पुजारा एक दाँये हाथ के बल्लेबाज हैं, जो घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र की तरफ से खेलते है। हालांकि उन्होंने रायल चैलेंजर्स बंगलुरु की तरफ से आईपीएल में भी खेल चुके हैं। उन्होंने 77 टेस्ट में 5840 रन बनाये हैं। इस दौरान उन्होंने 18 शतक भी जड़े हैं।