उत्तर प्रदेश में अब दिव्यांग खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं का का रास्ता साफ़ हो गया है क्योंकि इस बारे में हाल ही में घोषणा करने के बाद पिछले 30 सितम्बर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद प्रमुख सचिव खेल, श्रीमती कल्पना अवस्थी जी ने सम्बंधित जीओ जारी कर दिया है.
इस बारे में इण्डियन ब्लाइंड एण्ड पैरा जूडो एसोसिएशन के महासचिव मुनव्वर अंजार ने कहा कि प्रदेश में दिव्यांग खेलों को खेल निदेशालय से जोडऩे के लिये पिछले करीब वर्षों से उनके व अन्य दिव्यांगजन एसोसिएशन की ओर से लगातार प्रयास हो रहे थे.
प्रदेश में भारत सरकार, खेल एवं युवा कल्याण, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात प्रदेशों की तरह उत्तर प्रदेश में भी सभी दृष्टिबाधित, मूकबधिर, पैरा एवं मन्दबुद्धि खिलाड़ी जो कि विभिन्न स्पर्धाओं में राज्य, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा ले रहे हैं, उन सभी को सामान्य खिलाडिय़ों की तरह सुविधांए मिलनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश में दिव्यांग खिलाड़ियों को अब सामान्य खिलाड़ी की तरह मिलेगी सुविधा
पिछले 10 माह में महेश गुप्ता, (अतिरिक्त मुख्य सचिव, दिव्यांगजन), ने भी कई बैठकें प्रमुख सचिव खेल के साथ की. बैठक में मुनव्वर अंजार ने प्रमुख सचिव खेल, कल्पना अवस्थी से मिलकर सारे साक्ष्य दिए. इसका परिणाम यह है कि प्रदेश के लिए ऐतिहासिक फैसला मुख्यमंत्री ने लेते हुए दिव्यांग खिलाडिय़ों को बड़ा उपहार दिया है.
इस ऐतिहासिक फैसले के चलते मुनव्वर अंज़ार, प्रदेश के द्रोणाचार्य अवार्डी, गौरव खन्ना, वरूण भाटी, ओलम्पियन एवं अन्तर्राष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी कुलदीप, डेफ पैरालम्पियन, दिव्या तिवारी व सभी संघों और सभी खेल अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सहित सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया कि अब आने वाले समय में प्रदेश के लिये बेहतर से बेहतर प्रदर्शन कर गौरव प्राप्त करेंगे. मुनव्वर ने कहा कि बहुत जल्द पैरा खिलाड़ियों का प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें धन्यवाद करेगा.
इन खेलों में हिस्सा लेंगे दिव्यांगजन
- पैरा खेल
- द्रष्टिबाधित खेल
- मूकबधिर खेल
- मन्दबुद्धि खेल