न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) के प्रमुख ग्रेग बारक्ले आईसीसी के नए स्वतंत्र चेयरमैन बने है. ये पद 30 जून 2020 को आईसीसी के पूर्व चेयरमैन शशांक मनोहर चेयरमैन के इस्तीफे से रिक्त था. मंगलवार को आईसीसी तिमाही बैठक के दौरान इलेक्ट्रॉनिक मतदान हुआ जिसमे 16 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर थे. इसमें टेस्ट खेलने वाले देशों के 12 सदस्य, तीन एसोसिएट देश और एक स्वतंत्र महिला निदेशक (पेप्सीको की इंदिरा नूई) थी.
बारक्ले ने कहा कि आईसीसी चेयरमैन बनना सम्मान की बात है. अब भरोसा है कि हम कोरोना महामारी से मजबूत वापसी और प्रगति करेंगे.
बारक्ले ने इस होड़ में सिंगापुर के इमरान ख्वाजा को पछाड़ा. ऑकलैंड के व्यावसायिक अधिवक्ता बारक्ले 2012 से एनजेडसी बोर्ड में हैं. फिलहाल आईसीसी बोर्ड में न्यूजीलैंड के प्रतिनिधि ये पद छोड़ने वाले है. बारक्ले आईसीसी पुरुष क्रिकेट वर्ल्डकप 2015 के निदेशक थे और वो नार्दर्न डिस्ट्रिक्ट्स क्रिकेट संघ के बोर्ड के पूर्व सदस्य और चेयरमैन रहे थे.
ये कहा जा रहा है कि भारत, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया के अलावा न्यूजीलैंड ने बारक्ले के पक्ष में वोट दिया. इन्होने टीमों के ज्यादा द्विपक्षीय श्रृंखलाएं खेलने का सपोर्ट किया . जो इस मुश्किल आर्थिक हालात में इन बोर्ड के वित्तीय मॉडल की तरह है. दूसरी ओर ख्वाजा को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का सपोर्ट मिला था.
न्यूजीलैंड के इस अधिकारी को में 11-5 से जीत रही. दूसरे दौर में उन्हें क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका का जरुरी वोट मिला. वही इस पहले हुई पहले दौर के मतदान में उन्हें 10 और ख्वाजा को छह वोट मिले थे. हालांकि अभी के नियम है कि 16 मेंबर्स की आईसीसी बोर्ड में दो-तिहाई बहुमत यानी 11 वोट पाने होते है. आईसीसी के सीईओ मनु साहनी बोर्ड के 17वें मेंबर हैं लेकिन उन्हें मतदान का अधिकार नही मिला है.