देश में इन दिनों क्रिकेट की हवा चल रही है। इस वजह से अन्य खेल लगातार पिछड़ रहे हैं। बात अगर हॉकी की जाये तो राष्ट्रीय खेल को वो सम्मान नहीं मिलता है जो मौजूदा दौर में क्रिकेट को मिल रहा है।
हालांकि दोनों खेलों में काफी अंतर है। हॉकी राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद लगातार उपेक्षा शिकार हो रही है। हॉकी के जनक मेजर ध्यानचंद को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग बरसो से उठ रही है लेकिन सरकार इस बारे में कुछ नहीं सोच रही है। मेजर ध्यानचंद को उनके 115वें जन्मदिन से पहले पूर्व और वर्तमान खिलाडिय़ों ने एक बार फिर उन्हें भारत रत्न देने की मांग की है।
राष्ट्रीय खेल दिवस से पहले गुरबख्श सिंह, हरविंदर सिंह, अशोक कुमार और वर्तमान खिलाड़ी युवराज वाल्मिकी ने इस महान खिलाड़ी के जीवन और करियर का लेकर वर्चुअल चर्चा में हिस्सा लिया। बता दें कि राष्ट्रीय खेल दिवस ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को मनाया जाता है।