कोरोना वायरस के कहर के बीच खेल टूर्नामेंट रुक गए थे जिसे फिर से कई कड़ी शर्तो के साथ दोबारा चुना गया लेकिन इस तरह आयोजन कितना चुनौतीपूर्ण है. इसका इसी से पता चलता है जब पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने खुलासा किया कि उनको पिछले साढ़े चार महीनों में लगभग 22 बार कोरोना की जांच करानी पड़ी.
वैसे गांगुली की ही अगुवाई में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का यूएई में सफल आयोजन हुआ था जिसके चलते सौरव गांगुली सितंबर से नवंबर तक काफी बिजी रहे थे. उन्होंने 22 बार कोरोना टेस्ट के बारे में कहा कि मेरे आसपास के लोगों के कोरोना पाजीटिव होने के चलते शायद मेरी भी कोरोना की जांच हुई.
गांगुली ने एक वर्चुअल मीडिया कॉन्फ्रेंस में बोला कि पिछले साढ़े चार महीनों में मेरी 22 बार कोरोना जांच हुई और सभी रिजल्ट निगेटिव रहे. उन्होंने इसके लिए ख़ुशी जताई कि आईपीएल की सफल मेजबानी हुई और भरोसा जताया कि अगला सीजन भारत में होगा. उन्होंने कहा कि मैं अपने वृद्ध माता-पिता के साथ रहता हूं और मैं दुबई भी गया था.
उन्होंने कोरोना काल में आईपीएल के आयोजन की चुनौती के बारे में कहा कि आईपीएल में बायो सिक्योर बबल में मौजूद 400 लोगो के ढाई महीनों के अन्दर 30-40 हजार कोरोना टेस्ट हुए थे.
बोर्ड अध्यक्ष ने टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया दौरे के बारे में जानकारी दी सिडनी में मंगलवार को टीम इंडिया का क्वारंटाइन पूरा हो गया है और भारत दौरे की शुरुआत 27 नवंबर को सिडनी में पहले वनडे से होगी. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में नियम काफी कड़े है और इंटरनेशनल यात्रा से आने के बाद 14 दिन के बाद ही मैदान पर उतरने की छूट मिल सकती है.