हाल के दिनों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट काफी कमजोर रहा है। एक दौर था जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का दबदबा विश्व क्रिकेट में देखने को मिलता था लेकिन सीनियर खिलाडिय़ों के एकाएक क्रिकेट छोडऩे से कंगारू टीम थोड़ी कमजोर हुई है। विश्व कप में उम्मीद के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन नहीं रहा।
ऑस्ट्रेलिया ने वन डे टीम की कमान आरोन फिंच को सौंपी है लेकिन अब तक ऑस्ट्रेलियाई टीम उम्मीद पर खरी नहीं उतरी है। खुद फिंच भले ही वन डे और टी-20 क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में एकदम उलट है। आरोप फिंच ने अब खुद मान लिया है कि उनका टेस्ट करियर अब खत्म हो गया है।
फिंच ने कहा कि वो ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में एक जगह के लिए अपना दावा करने के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पर्याप्त मैच नहीं खेल रहे हैं। फिंच ने कहा कि भारत में 2023 में होने वाला वनडे वर्ल्ड कप उनका आखिरी टूर्नामेंट हो सकता है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की टीम तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलने के लिए इंग्लैंड दौरे पर है। फिंच ने कहा, कि जहां तक रेड बॉल क्रिकेट का सवाल है तो मेरा फिर से टेस्ट क्रिकेट में खेलना वास्तविकता नहीं लगता है।
उन्होंने कहा, कि मैं दो बातों को ध्यान में रखकर ऐसा कह रहा हूं। पहला अपना दावा मजबूत करने के लिए जितने चार दिवसीय मैच खेलने चाहिए मैं उतने नहीं खेल रहा हूं और दूसरा युवा बल्लेबाज सामने आ रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में वास्तव में टॉप ऑर्डर में कुछ बहुत अच्छे युवा बल्लेबाज हैं।
कुल मिलाकर देखा जाये तो इसमें कोई शक नहीं है कि फिंच वन डे और टी-20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाड़ी है। उन्होंने 126 वनडे और 61 टी20 खेला है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट को लेकर उन्होंने अपनी राय रख दी और साथ मान लिया है शायद अब वो टेस्ट क्रिकेट में वापसी न कर पाए।।